स्व. श्रीमती सोनी देवी जी धर्मपत्नी देवीलाल जी गहलोत


आपका जन्म संवत् 1987 कार्तिक वदी 10 को पिता श्री पूसाराम एवं माता श्रीमती राजा बाई के यहाँ बेरा भीयाली, मण्डोर में हुआ। आप 6 वर्ष की उम्र के थे, तब आपकी माता एवं पिता का स्वर्गवास हो गया था। आपकी प्रारम्भिक शिक्षा चैनपुरा स्कूल से प्राप्त कर कठिन मेहनत, लगन व सूझबूझ से ठेकेदारों के साथ कार्य करते हुए ठेकेदारी का व्यवसाय स्वयं करने लगे। आपकी शादी मात्र 18 वर्ष की उम्र में ही श्रीमती सोनीदेवी सुपुत्री श्री रूपजी परिहार लक्की मीयला बेरा, बासनी, जोधपुर के यहाँ हुई ।

आपके राजस्थान सरकार के विभिन्न विभागों में ठेकेदारी का कार्य बड़ी लगन, मेहनत से शुरू किया, जिनमें कुछ कार्यों का उल्लेख इस प्रकार है। आपने हरिशचन्द्र माथुर सूचना केन्द्र, घूमर पर्यटक विश्रामगृह जोधपुर, सरस डेयरी भवन, जोधपुर कृषि भवन ऑफिस का मुख्य भवन, जोधपुर ग्रामीण ट्रेजरी जोधपुर तहसील भवन, मण्डोर कृषि विपणन बोर्ड आदि का निर्माण किया। 29 जनवरी सन् 1961 को आकस्मिक दुर्घटना में आपका एक पैर नहीं रहा, फिर भी आपने हिम्मत व धैर्य से अपने व्यवसाय में लगे रहे। समाज सेवा व परोपकारी कार्यों में आपका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। निम्बेश्वर महादेव मन्दिर के साथ गौशाला का निर्माण आप के द्वारा किया गया। भीयाली बेरा, मण्डोर में राम मन्दिर का निर्माण आप के द्वारा किया गया। हरिद्वार धर्मशाला नं. 2 में 2 लाख रूपयें की सहयोग राशि दी गई। आपकी धर्मपत्नि सोनीदेवी का स्वर्गवास दिनांक 19-01-2009 को हो गया। उनकी याद में 51 लाख रूपयें श्रीमती सोनीदेवी देवीलाल गहलोत के नाम गुरूकुल छात्रावास बहुप्रतियोगी प्रशिक्षण संस्थान, रामबाग, जोधपुर में आर्थिक सहयोग देकर भामाशाह एवं आदर्श पुरूष के नाम से प्रसिद्ध हुए। मण्डोर सैटेलाईट अस्पताल में सोनीदेवी-देवीलाल गहलोत मेडिकल रिलीफ फण्ड के नाम से जरूरतमन्दों को दवाईयाँ व सहयोग राशि निरन्तर सन् 2009 से निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। हमें इनसे हमेशा प्रेरणा मिलती रहेगी।